मंत्र

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विजय रथ रामचरितमानस चौपाई पर विस्तृत पोस्ट

रघुकुल शिरोमणि श्रीराम का यह मंत्र, जिसे “विजय रथ” के नाम से जाना जाता है, अत्यंत पवित्र और प्रेरणादायक है। यह मंत्र महाकाव्य रामचरितमानस से लिया गया है। जब रावण के साथ युद्ध के लिए श्रीराम तैयार हो रहे थे, तब विभीषण ने चिंता व्यक्त की कि उनके पास न तो रथ है और न […]

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नमोकार मंत्र: जैन धर्म का पवित्र स्तोत्र, अर्थ और महत्व

नमोकार मंत्र का परिचय नमोकार मंत्र जैन धर्म का सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण मंत्र है। इसे “पंच परमेष्ठी” की स्तुति का मंत्र कहा जाता है, क्योंकि इसमें पांच प्रमुख आत्माओं को नमन किया जाता है—अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय, और साधु। जैन धर्म के अनुयायी इसे प्रातः और रात्रि समय में विशेष रूप से जाप करते

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महामृत्युंजय मंत्र: अर्थ, महत्त्व और अनुवाद- हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, गुजराती अनुवाद

महामृत्युंजय मंत्र: अर्थ, महत्त्व और अनुवाद महामृत्युंजय मंत्र महामृत्युंजय मंत्र का परिचय महामृत्युंजय मंत्र को “त्र्यंबक मंत्र” भी कहा जाता है और यह ऋग्वेद के 7वें मंडल में स्थित है। यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और इसका उच्चारण व्यक्ति को रोग, भय, और मृत्यु के संकट से बचाने के लिए किया जाता है।

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नवधा भक्ति श्लोक: हिंदी और अंग्रेजी अनुवाद – भक्तिमार्ग के 9 चरण और उनके आध्यात्मिक लाभ

नवधा भक्ति का वर्णन श्रीरामचरितमानस में भगवान श्रीराम द्वारा किया गया है, जब उन्होंने शबरी को 9 प्रकार की भक्ति का उपदेश दिया था। यह प्रसंग उस समय का है जब भगवान राम, शबरी की भक्ति और प्रेम से प्रभावित होकर उसके कुटीर में आए थे। शबरी ने भगवान राम की सेवा की और उनके

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भगवद गीता” के १६वें अध्याय का “दैवी सम्पद” श्लोक एवं इसका हिंदी अर्थ

इस पोस्ट में हम भगवद गीता” के १६वें अध्याय का “दैवी सम्पद” श्लोक एवं इसका हिंदी अर्थ जानेंगे, योग गुरु स्वामी रामदेव जी का कहना है कि अगर हमें पूरा वेद का ज्ञान नहीं है तो कम से कम मुख्य संदर्भ याद होना चाहिए यानी कुछ मुख्य चौपाई या श्लोक हम सभी को याद होना

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