इस पोस्ट में हम भारत में स्थित 11 कन्या गुरुकुल के बाड़े में बात करेंगे यानी Ladies Gurukul जिसमें सिर्फ लड़कियां ही पढती हैं। अब भारत में धीरे-धीरे लोग गुरुकुल के तरफ जाना शुरू कर दिए हैं क्योंकि वो सभी लोग अपने संस्कृत में वापस लौटना चाहते हैं और अपने बच्चों को महान बनाना चाहते हैं क्योंकि लोगों का मानना है कि अगर भारत को विश्व गुरु बनाना है तो गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के द्वारा ही ये हो सकता है।
पोस्ट के बाड़े में
इस पोस्ट में भारत में स्थित उन 10 कन्या गुरुकुल के बारे में जानकारी दी गई है जिसमें सिर्फ बालिकाएं ही पढती हैं भारत के अलग-अलग राज्यों में कई कन्या गुरुकुल हैं और उन सभी गुरुकुल के बारे में जब आपको पता होगा तभी आप उनमें अपने बच्चों को पढ़ा पाएंगे इसलिए भी इस पोस्ट को बनाया जा रहा है ताकि आपके आसपास कौन सा गुरुकुल है और वो कैसा है इसकी जानकारी इस पोस्ट के जरिए आपको मिल पाए।
क्या गुरुकुल में बच्चों को पढ़ाना सही रहेगा?
आज के जो मॉडर्न एजुकेशन है उसको प्राप्त करके बच्चे सिर्फ और सिर्फ नौकरी या बिजनेस कर पाते हैं उनके अंदर ना हीं संस्कार होता है और ना ही हमारे देश और धर्म की संस्कृति ऐसे बच्चे सिर्फ पैसे कमा पाते हैं ये ना हीं सही तरीके से अपने मां-बाप को सम्मान दे पाते हैं और ना ही समाज एवं देश के बारे में सोचते हैं अब आप ही सोचें कि जब आपका बच्चा बड़ा हो जाए और आपको पैसे के ढेर पर तो बैठा देंवे लेकिन सम्मान न दे पावे क्या ये सही रहेगा।
आज के गुरुकुल में वेद पुराण धर्म एवं संस्कृति के साथ ही मॉडर्न शिक्षा भी दिया जाता है ताकि वो पैसे भी खूब कमाये एवं अपने मां-बाप सगे संबंधीयों और पूरा देश का सम्मान भी करें जिससे आपको भी ऐसा लगे की आपने-अपने बच्चों को सही राह पर चलाया।
आज के गुरुकुल में मॉडर्न एजुकेशन भी दिया जाता है और पूरे विश्व में सबसे ज्यादा प्रचलित भाषण भी सिखाई जाती है ताकि वो बच्चा बाहर देश में जाए तो वहां के लोगों से भी घुल मिल सके। अब लोग अपने बच्चों को कॉन्वेंट स्कूल में ना भेज कर गुरुकुल के तलाश में लगे हैं और इसीलिए अब इंटरनेट पर आपको गुरुकुल से संबंधित बहुत ज्यादा जानकारी देखने को मिलेगी।
1. कन्या वैदिक गुरुकुल महाविद्यालय देहरादून

गुरुकुल का नाम | कन्या गुरुकुल महाविद्यालय देहरादून |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | |
स्थापना दिवस | सन 1923 |
संस्थापक का नाम | स्वर्गीय आचार्य रामदेव जी |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | 9761219696 (प्रधानाचार्य) 9412997659, 9760754831, 8057415783 |
kanyagurukuldehradun@gmail.com gurukulkanya0@gmail.com | |
गुरुकुल का पता | कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, 60, राजपुर रोड, देहरादून |
गुरुकुल का ऑफिशियल वेबसाइट | Click Here |
कन्या वैदिक गुरुकुल महाविद्यालय देहरादून का स्थापना सन 1923 में स्वर्गीय आचार्य रामदेव जी ने किया था जो कि करीब 100 साल से भी ज्यादा का समय हो चुका है और आज भी ये गुरुकुल चल रहा है।
इस गुरुकुल को सिर्फ महिलाओं के लिए ही बनाया गया था इसलिए भी इसका नाम कन्या गुरुकुल है यहां पर मॉडर्न एजुकेशन के साथ ही वैदिक शिक्षा भी दी जाती है इस गुरुकुल में एक तरफ संस्कृत पढ़ाई जाती है तो दूसरी तरफ अंग्रेजी एवं कंप्यूटर का शिक्षा भी दिया जाता है।
यानी जो पढ़ाई कान्वेंट स्कूल में पढ़ाया जाता है वो सभी शिक्षा भी इन गुरुकुल में होती है लेकिन साथ में वैदिक शिक्षा भी होती है जिससे बच्चे संस्कारी भी बनते हैं एवं पैसे कमाने में भी आगे होते हैं।
इस गुरुकुल में पढ़ाई के साथ ही अपना सुरक्षा करने के लिए जूडो कराटे योगा इत्यादि भी सिखाया जाता है ताकि बच्चे हमेशा स्वस्थ रहें क्योंकि जब स्वस्थ रहेंगे तभी अपना पढ़ाई के बल पर वो काफी आगे तक जा पाएंगे।
इस गुरुकुल में कई सारे गायें भी पाली गई है और इसलिए गुरुकुल का दूध बच्चों को पिलाया जाता है साथ ही हवन भी होता है। इस गुरुकुल में आपको कई राज्यों के बच्चे देखने को मिलेंगे क्योंकि ये काफी मशहूर गुरुकुल है।
अगर शुल्क की बात करें तो कक्षा 1 से 5 तक 31500 रुपए 1 साल के लिए शुल्क लिया जाता है एवं कक्षा 6 से लेकर 12 तक 1 साल के लिए 34500 का शुल्क लिया जाता है। इस शुल्क में नामांकन, कंप्यूटर, खेल, चिकित्सा, लाइब्रेरी, किताबें, खाना एवं रहना सभी होता है।
2. आर्य कन्या गुरुकुल पोरबंदर गुजरात

गुरुकुल का नाम | ARYA KANYA GURUKUL |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | MS. VANDANA SHARMA |
स्थापना दिवस | |
संस्थापक का नाम | Mr. Jignesh Lakhani |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | +91 8780507743 |
akgengmed20@gmail.com | |
गुरुकुल का पता | Arya Kanya Gurukul Tapo Bhoomi, Jubeli, Porbandar, Gujarat (360575). |
गुरुकुल का ऑफिशियल वेबसाइट | Click Here |
पोरबंदर महात्मा गांधी का जन्म स्थली है और यहां पर 1936 में आर्य कन्या गुरुकुल को चालू किया गया था यहां पर बच्चों से लेकर यानी केजी से पढ़ाई शुरू होती है एवं कॉलेज तक का सुविधा है। इस गुरुकुल में भी मॉडर्न एजुकेशन के साथ वैदिक शिक्षा भी दी जाती है ताकि बच्चे कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से भी आगे रहे वो पैसे भी कमायें एवं शुसंस्कारीत भी रहे।
यहां पर एक तरफ वेद का ज्ञान दिया जाता है तो दूसरी तरफ विज्ञान का भी ज्ञान दिया जाता है वैसे वेद और विज्ञान एक ही है लेकिन बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि गुरुकुल में पढे हुए बच्चे सिर्फ पंडित बनते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है आज का मॉडर्न गुरुकुल मॉडर्न शिक्षा भी दे रहा है ताकि बच्चे देश और दुनिया के लोगों से कंधा मिलाकर चल सके एवं उनसे भी आगे पहुंच जाएं।
3. पाणिनी कन्या गुरुकुल विद्यालय वाराणसी
गुरुकुल का नाम | पाणिनी कन्या गुरुकुल विद्यालय |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | Aacharya Nandita Shastri Dr. Preeti Vimarshini |
स्थापना दिवस | सन 1971 |
संस्थापक का नाम | डॉo प्रज्ञा देवी डॉo मेधा देवी |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | 7985448564, 9839062300 |
paninikm@gmail.com | |
गुरुकुल का पता | पाणिनि कन्या महाविद्यालय, तुलसीपुर, महमूरगंज, वाराणसी-221010 राज्य: उत्तर प्रदेश देश: भारत |
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ये एक काफी मशहूर गुरुकुल है और ये कन्या गुरुकुल है यानी सिर्फ महिलाओं के लिए। इस गुरुकुल में पांचवी क्लास से लेकर M.A. तक की शिक्षा दी जाती है इस गुरुकुल में भारत के अलग-अलग राज्यों से बच्चियां पढ़ने के लिए आती है यही नहीं विदेशों से भी बच्चियां आती हैं जैसे नेपाल, हॉलैंड, अमेरिका इत्यादि।
इस गुरुकुल में बच्चों को वेद मंत्र, विज्ञान भारतीय दर्शन एवं कर्मकांडो का ज्ञान कराया जाता है यहां पर छात्राओं को एक तरफ शास्त्र की शिक्षा दी जाती है तो दूसरी तरफ शस्त्र का शिक्षा भी दी जाती है ताकि वो अपना स्वयं का रक्षा कर सके और दूसरों को भी सुरक्षित कर सकें।
शस्त्र की शिक्षा में तीर बाजी, तलवार, खंजर, भाला, लाठी एवं घुड़सवारी इत्यादि भी सिखाया जाता है इसके अलावा यहां पर कराटे एवं मार्शल आर्ट भी बच्चियों को सिखाया जाता है लेकिन इस गुरुकुल में प्रवेश हेतु कम से कम बच्चों का आयु 9 वर्ष होना चाहिए।
इस गुरुकुल को सन 1971 में स्थापित किया गया था और तब से अभी तक सैकड़ो बच्चिया शिक्षा खेल एवं अन्य क्षेत्रों में कई सारे मेडल ले चुकी है। यहां पर संस्कृत के साथ कंप्यूटर की भी शिक्षा दी जाती है
4. श्रीमद दयानंद कन्या गुरुकुल Chotipura

गुरुकुल का नाम | श्रीमद दयानंद कन्या गुरुकुल |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | आचार्या डॉ सुमेधा |
स्थापना दिवस | |
संस्थापक का नाम | |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | +91-94123-22258 |
gurukulchotipura@yahoo.com | |
गुरुकुल का पता | Rajabpur, Distt. Amroha 244236 (UP) India. |
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अगर आप उत्तर प्रदेश से हैं और आप एक कन्या गुरुकुल के तलाश में हैं तो आप ही के राज्य में यानी उत्तर प्रदेश के अमरोहा में स्थित इस श्रीमद दयानंद कन्या गुरुकुल आपके लिए सबसे अच्छा गुरुकुल हो सकता है ये सिर्फ महिलाओं के लिए गुरुकुल है।
अमरोहा के छोटेपूरा गांव में स्थित इस कन्या गुरुकुल में छात्रों को आधुनिक शिक्षा के साथ ही पारंपरिक शिक्षा का ज्ञान भी बांटा जाता है। यहां पर स्वास्थ्य या फिटनेस से संबंधित भी जानकारी अच्छी तरह से दिया जाता है ताकि छात्राएं शरीर से पूरी तरह से फिट रहे तभी वो सही तरह से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगी।
इस गुरुकुल में अभी करीब 900 से ज्यादा बालिकाएं हैं और यहां पर महीने का शुल्क ₹4000 है जिसमें शिक्षा तो दिया ही जाता है साथ ही खाना रहना सभी चीजें इंक्लूड है अगर आप अपने बच्ची को गुरुकुल में पढ़ाकर उन्हें ज्ञानवान बनाना चाहते हैं तो ये गुरुकुल आप ही के लिए है।
5. विश्ववारा कन्या गुरुकुल रुड़की रोहतक
गुरुकुल का नाम | विश्ववारा कन्या गुरुकुल रुड़की रोहतक |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | डॉक्टर सुकामा देवी |
स्थापना दिवस | |
संस्थापक का नाम | डॉक्टर सुकामा देवी |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | |
गुरुकुल का पता | |
गुरुकुल का ऑफिशियल वेबसाइट | Click Here |
इस गुरुकुल के आचार्या हैं डॉक्टर सुकामा देवी इन्होने महिला सशक्तिकरण एवं शिक्षा के क्षेत्र में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया है जिसे भुलाया नहीं जा सकता। युवा पीढ़ी में संस्कार आए इसके लिए सुकामा देवी पिछले 40 साल से सेवा दे रही हैं।
सुकामा देवी के मेहनत परिश्रम एवं त्याग को देखते हुए भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री के सम्मान से नवाजा था। ये लगभग 19 वर्ष के उम्र से ही बच्चियों को पढ़ाना शुरू कर दिया था और अभी तक पढ़ा रही हैं।
6. Maithreyee Gurukulam
गुरुकुल का नाम | Maithreyee Gurukulam |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | आचार्य श्रीमती जी भट्ट |
स्थापना दिवस | सन 1994 |
संस्थापक का नाम | |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | |
गुरुकुल का पता | |
गुरुकुल का ऑफिशियल वेबसाइट | Click Here |
कन्नाड़ा सिटी के पन्नुड़ु गांव जो की कर्नाटक में स्थित है यहां पर Maithreyee Gurukulam सिर्फ महिलाओं के लिए है इस गुरुकुल में वेद, विज्ञान, योग, कृषि एवं कला सिखाया जाता है इसके साथ ही आत्म निर्भर होने के लिए कला सिखाया जाता है और आत्मरक्षा के लिए भी विद्याएं पढ़ाई जाती है।
Maithreyee Gurukulam को सन 1994 में शुरू किया गया था और ये करीब 28 वर्षों से सेवा दे रहा है। इस गुरुकुल में छठी क्लास के बच्चियों का नामांकन होता है और इन बच्चियों को आचार्य श्रीमती जी भट्ट शिक्षा देती हैं।
इस गुरुकुल में दसवीं एवं 12वीं क्लास के बच्चियों का परीक्षा स्टेट बोर्ड के द्वारा दिलाया जाता है एवं इसमें संस्कृत में ही B.A एवं M.A कराने का व्यवस्था है एवं संस्कृत के साथ ही तेलुगु, कन्नड़ एवं हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में पढ़ाया जाता है।
इस गुरुकुल में बच्चियों का दिनचर्या सुबह 5:00 बजे योग प्राणायाम से शुरू होता है और रात के 9:30 बजे तक शिक्षा एवं अन्य कार्यक्रम चलता रहता है। अच्छी बात ये है कि यहां पर बच्चियां बिल्कुल फ्री में शिक्षा ले सकती हैं क्योंकि इस गुरुकुल को काफी सारे लोग दान देते हैं और उसी से इसे संचालित किया जाता है।
7. महाशय मंसाराम कन्या गुरुकुल महाविद्यालय
गुरुकुल का नाम | महाशय मंसाराम कन्या गुरुकुल महाविद्यालय |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | Ms. Chanderkla Arya |
स्थापना दिवस | सन 1947 |
संस्थापक का नाम | महाशय मनसाराम ‘त्यागी’ |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | Principal – 7027390338 |
KanyaGurukul@gmail.com | |
गुरुकुल का पता | V.P.O Panchgaon, Distt. Bhiwani, Haryana, 35 Km Stone From Bhiwani, 150km From Delhi |
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हरियाणा में स्थित इस गुरुकुल को करीब 70 बीघा जमीन में बनाया गया है और यहां पर विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत एवं कंप्यूटर इत्यादि की शिक्षा दी जाती है, इसमें कंप्यूटर की शिक्षा सभी को अनिवार्य किया जाता है।
इस गुरुकुल में खेल का भी अच्छा व्यवस्था किया गया है इसके अलावा लाठी तलवार चलाना एवं योग प्राणायाम का अभ्यास भी कराया जाता है। इस गुरुकुल में गुरुकुलिय प्रशासन का पालन बच्चियों से करवाया जाता है। गुरुकुल के अंदर है साग सब्जियां की खेती की जाती है जिससे यहां पर पढ़ रहे बच्चों को ताजी साग सब्जियां मिल पाती है।
जो बच्चीयां 10 से 12 साल की होती है उनका इस गुरुकुल में छठवीं क्लास में एडमिशन लिया जाता है और इसके लिए सबसे पहले टेस्ट लिया जाता है टेस्ट में पास होने पर ही एडमिशन होता है।
इस गुरुकुल में छात्रों को निशुल्क पढ़ाया जाता है साथ में दूध दही भी निशुल्क ही दिया जाता है अगर बच्चे हॉस्टल में रहते हैं तो साल का ₹20000 देना होता है।
8. गुरुकुल आर्ष कन्या विद्यापीठ नजीबाबाद
गुरुकुल का नाम | गुरुकुल आर्ष कन्या विद्यापीठ नजीबाबाद |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | आचार्या डॉ. प्रियंवदा वेदभारती जी |
स्थापना दिवस | सन 1996 |
संस्थापक का नाम | आचार्या डॉ. प्रियंवदा वेदभारती जी |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | |
गुरुकुल का पता | कोतवाली मार्ग, श्रवणपुर नजीबाबाद, जनपद- बिजनौर (उत्तर प्रदेश) |
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उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद में ये कन्या गुरुकुल स्थित है और इसमें आचार्य डॉक्टर प्रियंवदा वेद भारती जी बच्चों को शिक्षित करती है। इन्होंने संस्कृत बनारस विश्वविद्यालय से संस्कृत में PHD किया था और फिर 1996 में इन्होंने इस गुरुकुल का स्थापना किया।
डॉक्टर प्रियंवदा वेद भारती जी शादी नहीं की एवं इन्होंने अपना पूरा जीवन बच्चों को संस्कृत में निपुण बनाने के लिए दिया हुआ है। इस गुरुकुल का मेंन मकसद बालिकाओं को संस्कृत में निपुण बनाना एवं शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाना है।
इस गुरुकुल में भारत के कई राज्यों के बालिकाएं शिक्षा प्राप्त कर रही हैं जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, उड़ीसा इत्यादि साथ ही पड़ोसी देश नेपाल के भी बालिकाएं यहां पर शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।
9. सम्विद गुरुकुल वृंदावन

गुरुकुल का नाम | सम्विद गुरुकुल वृंदावन |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | साध्वी ऋतंभरा जी |
स्थापना दिवस | सन |
संस्थापक का नाम | साध्वी ऋतंभरा जी |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | ADMISSION HELPLINES :9412777152 / 54 |
samvid.gurukulam@vatsalyagram.org | |
गुरुकुल का पता | Samvid Gurukulam Girls Sainik School, Vatsalya Gram, Mathura-Vrindavan Road, Vrindavan (Mathura) – 281003, Uttar Pradesh, India |
गुरुकुल का ऑफिशियल वेबसाइट | Click Here |
इस गुरुकुल को साध्वी ऋतंभरा जी चलाती है आप इन्हें आस्था चैनल पर भी प्रवचन देते हुए जरूर देखे होंगे। इस गुरुकुल में ज्यादातर उन बच्चियों का एडमिशन दिया जाता है जो अनाथ होते हैं या फिर गरीब होते हैं।
आपको बता दे कि इस गुरुकुल में कुल 15 देशों की बेटियां पढ़ाई कर रही हैं इतना ही नहीं इस गुरुकुल में पढ़ रही बेटियां कई क्षेत्रों में महारत हासिल की हैं और नाम रोशन किया है। इस गुरुकुल में वैदिक शिक्षा के साथ मॉडर्न एजुकेशन एवं ज्ञान और योग प्राणायाम भी कराया जाता है सुबह मंत्रोच्चार से दिनचर्या शुरू होती है।
इस गुरुकुल में पांचवी कक्षा के बेटियों का एडमिशन होता है एवं 12वीं कक्षा तक पढ़ाई कराया जाता है इस गुरुकुल में लगभग सभी तरह के व्यवस्थाएं की गई है जैसे पढ़ाई, खेल, योगा, हवन, चिकित्सा इत्यादि।
10. कन्या गुरुकुल डोभी (हिसार)
गुरुकुल का नाम | कन्या गुरुकुल डोभी (हिसार) |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | |
स्थापना दिवस | सन 2010 |
संस्थापक का नाम | महात्मा महेंद्र सिंह आर्य |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | +91 86890 09118 |
गुरुकुल का पता | Village dobhi , Hisar, India, Haryana |
गुरुकुल का ऑफिशियल वेबसाइट | Click Here |
हिसार में स्थित इस गुरुकुल में बेटियों को एजुकेशन देने के साथ ही संस्कारी भी बनाया जाता है इसमें पढ़ने वाली बेटियां समाज एवं राष्ट्र का निर्माण करती है इनके अंदर देश एवं धर्म के प्रति वो जज्बा होता है जो एक गुरुकुल में पढ़ने वाले बच्चों के अंदर होना चाहिए।
इस गुरुकुल में पढ़ने वाली बेटियों का दिनचर्या सुबह 4 बजे से मंत्रोच्चारण के साथ शुरू हो जाती है और फिर योग प्राणायाम एवं पढ़ाई और खेल एवं चिकित्सा इन सभी व्यवस्थाओं पर खास करके ध्यान दिया जाता है।
इस गुरुकुल में शिक्षा बिल्कुल निशुल्क है लेकिन रहने और खाने के लिए एक साल में एक बार ₹30000 लिया जाता है अगर कोई बच्चा बहुत ज्यादा टैलेंटेड है और गरीब भी है तो फिर उससे बिल्कुल ही पैसा नहीं लिया जाता है।