इस पोस्ट में हम उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए यहां के पांच सर्वश्रेष्ठ गुरुकुल के बारे में बताएंगे जिसमें आप अपने बच्चों को पढ़ाकर महान एवं सर्वश्रेष्ठ बालक बना पाएंगे और एक ऐसा बालक जो आगे चलकर आपका एवं हमारे देश का नाम रोशन करेगा।
बहुत से लोगों के मन में एक धारणा बैठी हुई है कि गुरुकुल में बच्चों को पढ़ाने से बच्चे सिर्फ पंडित बन पाते हैं और कुछ नहीं कर पाते हैं लेकिन यह बीते जमाने की बात हो चुकी है आज के मॉडर्न गुरुकुल में आपका बच्चा संस्कारी भी बनता है देशभक्त भी बनता है और इंग्लिश मीडियम में पढ़े हुए बच्चों से कई गुणा ज्यादा समर्थ बन पाता है जिससे वो ऊंचे ऊंचे पदों पर लगकर घर गृहस्ती के जरूरत को भी पूरा करता है और देश सेवा भी कर पाता है।
गुरुकुल में बच्चों को पढाने का फायदा क्या है?
गुरुकुल में बच्चों का पढ़ने का सबसे बड़ा फायदा यही होता है कि वो संस्कारी बालक बनता है और कभी भी माता-पिता एवं सगे संबंधियों का अनादर नहीं करता है बल्कि हमेशा उनका आदर करता है और पढ़ने में इतना तेज होता है कि ऊंचे ऊंचे पदों पर नौकरी हासिल करना उसके बाएं हाथ का खेल होता है क्योंकि वो इतना सामर्थ हो जाता है।
हमारे देश में बहुत से माता-पिता यही चाहते हैं कि बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ा दो और वो पैसे कमाने का मशीन बन जाएंगे एवं दुनिया भर से पैसे कमाएंगे और फिर उनके माता-पिता इस पैसे से सुख भोग सकेंगे लेकिन उन माता-पिता को ये पता होना चाहिए की इंग्लिश मीडियम में पढ़े हुए बच्चे सिर्फ पैसे ही कमाते हैं उनके अंदर संस्कार ना के बराबर होता है वहीं दूसरी तरफ गुरुकुल में पढे हुए बच्चे संस्कारी भी बनते हैं और इंग्लिश मीडियम में पढ़े बच्चों से भी ज्यादा पैसे कमा पाते हैं क्योंकि आज के मॉडर्न गुरुकुल में वैदिक शिक्षा के साथ मॉडर्न एजुकेशन भी दिया जा रहा है।
इंग्लिश मीडियम में पढ़े हुए बच्चे सिर्फ पैसे ही कमा पाते हैं उनके अंदर संस्कार ना के बराबर होती है लेकिन गुरुकुल में पढ़ा हुआ बच्चा संस्कारी भी होता है और पैसे भी कमाने में इंग्लिश मीडियम के बच्चों से कहीं आगे होता है।
1. Shrimad Dayanand Kanya Gurukul Chotipura
गुरुकुल का नाम | Shrimad Dayanand Kanya Gurukul Chotipura |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
स्थापना दिवस | सन 1998 |
संस्थापक का नाम | डॉक्टर सुमेधा |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | +91-94123-22258 |
gurukulchotipura@yahoo.com | |
गुरुकुल का पता | Rajabpur, Distt. Amroha 244236 (UP) India. |
गुरुकुल का ऑफिशियल वेबसाइट | Click Here |
उत्तर प्रदेश में पांच सर्वश्रेष्ठ गुरुकुल के लिस्ट में सबसे ऊपर हमने श्रीमद दयानंद कन्या गुरुकुल चोटीपूरा का नाम रखा है। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद में चोटीपुरा के अंदर स्थित ये गुरुकुल बेटियों के लिए है इसमें सिर्फ बेटियों को ही शिक्षा दिया जाता है।
इस गुरुकुल में पढ़ी हुई बेटियां खेल जगत में अपना श्रेष्ठता तो सिद्ध करती ही है साथ ही प्रशासनिक सेवा में भी अपना अहम योगदान देती है। इस गुरुकुल में पढ़ी हुई बेटियां संस्कारी तो होती ही है साथ ही साथ आत्मनिर्भर भी बन जाती है।
इस गुरुकुल का स्थापना सन 1998 में डॉक्टर सुमेधा ने की थी ये एक किसान के परिवार से आती है और इन्होंने संस्कृत में MA एवं PHD की हुई है। इन्होंने 13 साल के उम्र में ही गृहस्थ जीवन का त्याग कर दिया था एवं जन कल्याण में लग गई थी।
डॉक्टर सुमेधा के पिता भी बेटी से प्रभावित होकर उनका भरपूर साथ दिए ताकि वो अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकें। श्रीमद दयानंद कन्या गुरुकुल चोटीपुरा में इस समय महाराष्ट्र, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, झारखंड, बिहार इत्यादि राज्यों से करीब 1000 से भी ज्यादा बेटियां इस गुरुकुल में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।
इस गुरुकुल में बेटियों को मास्टर की डिग्री तक शिक्षा दी जाती है इसके साथ ही उनको तीर बाजी, तलवारबाजी, भाला फेंकना, योगासन जैसे शिक्षाएं भी दी जाती है इसी गुरुकुल से तीर बाजी एवं योगासन के जरिए बेटियों ने दुनिया भर में कई सारे मेडल जीत कर गुरुकुल एवं अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है।
अगर शुल्क की बात करें तो इस गुरुकुल में एक आवेदक से महीने का ₹4000 शुल्क के रूप में लिया जाता है जिसमें खाना पीना रहना एवं शिक्षा प्राप्त करना ये सभी हैं।
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2. पाणिनि कन्या महाविद्यालय वाराणसी उत्तर प्रदेश
गुरुकुल का नाम | पाणिनी कन्या गुरुकुल विद्यालय |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल (Ladies Gurukul) |
आचार्य का नाम | Aacharya Nandita Shastri Dr. Preeti Vimarshini |
स्थापना दिवस | सन 1971 |
संस्थापक का नाम | डॉo प्रज्ञा देवी डॉo मेधा देवी |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | 7985448564, 9839062300 |
paninikm@gmail.com | |
गुरुकुल का पता | पाणिनि कन्या महाविद्यालय, तुलसीपुर, महमूरगंज, वाराणसी-221010 राज्य: उत्तर प्रदेश देश: भारत |
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पाणिनि कन्या महाविद्यालय गुरुकुल उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है एवं इस गुरुकुल का स्थापना 18 जून 1971 को डॉक्टर प्रज्ञा देवी एवं डॉक्टर मेधा देवी ने मिलकर की थी। ये गुरुकुल भी कन्या गुरुकुल है यानी यहां पर सिर्फ बेटियां ही पढती है इसमें भारत के सभी राज्यों से कन्याएं पढ़ने के लिए आती हैं।
इस गुरुकुल में पांचवी क्लास से लेकर आचार्य MA तक की शिक्षा बेटियां प्राप्त करती है इसमें भारत से लेकर बाहरी देश जैसे नेपाल हॉलैंड अमेरिका इत्यादि देश की बेटियां भी शिक्षा प्राप्त कर चुकी हैं एवं यहां पर संस्कृत वेद मंत्र विज्ञान भारतीय दर्शन और कर्मकांड का ज्ञान अर्जित कराया जाता है।
पाणिनि कन्या महाविद्यालय वाराणसी गुरुकुल में एक तरफ छात्राओं को शास्त्र की शिक्षा दी जाती है तो दूसरी तरफ शस्त्र के शिक्षा भी प्रदान की जाती है जिसमें तीर बाजी, तलवार, खंजर, भला, लाठी, घुरसवारी, कराटे एवं मार्शल आर्ट का शिक्षा भी दी जाती है।
इस गुरुकुल में छात्रों का प्रवेश का उम्र कम से कम 5 साल है एवं महीने का शुल्क ₹5000 है जिसमें खाना पीना रहना पढना सभी कुछ शामिल है। गरीब परिवारों से प्रवेश शुल्क में छूट दिया जाता है जिनका माली हालत बिल्कुल खराब है और वो प्रवेश शुल्क ₹5000 नहीं दे पाते हैं उनके लिए ये छुट का सुविधा किया गया है।
3. गुरुकुल प्रभात आश्रम मेरठ, टीकड़ी
गुरुकुल का नाम | गुरुकुल प्रभात आश्रम मेरठ, टीकड़ी |
आचार्य का नाम | |
स्थापना दिवस | 1939 |
संस्थापक का नाम | पूज्य स्वामी समर्पणानन्द सरस्वती जी महाराज |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | +91 80067 02551 |
gprabhatashram@gmail.com | |
गुरुकुल का पता | गुरुकुल प्रभात आश्रम, टीकरी, भोला झाल, मेरठ, उ.प्र. |
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गुरुकुल प्रभात आश्रम उत्तर प्रदेश में मेरठ से करीब 25 किलोमीटर आगे टिकड़ी गांव में स्थित है इस गुरुकुल का स्थापना स्वामी समर्पनानन सरस्वती ने सन 1939 में की थी ये गुरुकुल करीब 16 एकड़ में फैला हुआ है और यहां पर 100 से भी ज्यादा छात्र है छठी क्लास से लेकर आचार्य तक की शिक्षा प्राप्त करते हैं।
गुरुकुल प्रभात आश्रम के बच्चे खुद से ही खेती भी करते हैं एवं गो पालन से लेकर पाकशाला तक में खुद से ही काम करते हैं। इस गुरुकुल के छात्र धनु विद्या भी सिखते हैं एवं इन कलाओं को सीख कर राष्ट्रीय से लेकर अंतर्राष्ट्रीय तक टूर्नामेंटो में कई सारे पदक जीतकर लाए हैं।
गुरुकुल प्रभात आश्रम से पढ़े हुए बच्चे हर क्षेत्र में आगे हैं चाहे वो गवर्नमेंट जॉब हो प्राइवेट जॉब हो या खेल का मैदान हो हर दिशा में इन्होंने अपना परचम लहराया है। यहां के दिनचर्या सुबह वेद मित्रों का उच्चारण एवं योग प्राणायाम से शुरू होकर वैदिक एवं आधुनिक शिक्षा प्राप्त करने तक का सफर चलता है। इस गुरुकुल के छात्र गुरुकुल के पाठ्यक्रम के साथ आठवीं कक्षा तक यूपी बोर्ड का सिलेबस भी करते हैं।
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4. समविद गुरुकुल वृंदावन उत्तर प्रदेश
गुरुकुल का नाम | समविद गुरुकुल वृंदावन उत्तर प्रदेश |
गुरुकुल का प्रकार | बेटे और बेटियां दोनों पढते है |
स्थापना दिवस | 2005 |
संस्थापक का नाम | साध्वी ऋतंभरा जी |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | +91-9412777152, +91-9412777153, +91-9412777154 |
samvid.gurukulam@vatsalyagram.org | |
गुरुकुल का पता | Samvid Gurukulam Girls Sainik School, Vatsalya Gram, Mathura-Vrindavan Road, Vrindavan (Mathura) – 281003, Uttar Pradesh, India |
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साध्वी ऋतंभरा जी को कौन नहीं जानता है इन्हें दीदी मां कह कर भी बुलाया जाता है इनको आप स्वामी रामदेव जी के साथ में योग करते हुए भी देखे होंगे इन्हीं का गुरुकुल समविद गुरुकुल के नाम से विख्यात है जिसमें बेटे और बेटियां दोनों पढते है।
समविद गुरुकुल का स्थापना साध्वी ऋतंभरा जी ने 2005 में की थी इस गुरुकुल में चौथा कक्षा तक लड़के एवं लड़कियां दोनों ही पढ़ते हैं लेकिन कक्षा पांचवी से लेकर कक्षा 12वीं तक सिर्फ बेटियां ही पढती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गुरुकुल में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि करीब 15 देश की बेटियां पढ़ रही हैं।
इस वैदिक एवं आधुनिक परंपरा के हिसाब से चलने वाले गुरुकुल के विद्यार्थी देश एवं विदेश में अपना एवं गुरुकुल का नाम रोशन किया है। गुरुकुल में सुबह का शुरुआत संस्कृत मंत्र एवं योग प्राणायाम से शुरू होता है और ध्यान एवं यज्ञ पर विशेष कर ध्यान दिया जाता है।
अगर इस गुरुकुल के शुल्क की बात करें तो इसमें एक विद्यार्थी के लिए 1 साल का ₹200000 शुल्क लिया जाता है और ये नए विद्यार्थियों के लिए है इस शुल्क में सभी सुविधाएं मिलती है जैसे पढ़ना रहना खाना इत्यादि।
5. Shrimad Dayanand Utkarsh Aarsh Kanya Gurukul
गुरुकुल का नाम | Shrimad Dayanand Utkarsh Aarsh Kanya Gurukul |
गुरुकुल का प्रकार | कन्या गुरुकुल |
स्थापना दिवस | 2007 |
संस्थापक का नाम | रश्मि आर्या |
गुरुकुल में क्या पढ़ाया जाता है | वैदिक शिक्षा एवं मॉडर्न एजुकेशन भी |
संपर्क नंबर | 9412405589, 9568899084 |
info@utkarshgurukulnarangpur.com | |
गुरुकुल का पता | Shri Mad Dayanand Utkarsh Arsh Kanya Gurukul, Narangpur Parikshitgarh Meerut Pin Code : 250406 |
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उत्तर प्रदेश में ही स्थित Shrimad Dayanand Utkarsh Aarsh Kanya Gurukul एक कन्या गुरुकुल है एवं इसमें गरीब बेटियों को निशुल्क शिक्षा दिया जाता है, ये गुरुकुल मेरठ से 25 किलोमीटर आगे Narangpur गांव में ये गुरुकुल स्थित है। इस गुरुकुल को 2007 में शुरू किया गया था और तभी से इसमें बेटियां शस्त्र, शास्त्र, सुरक्षा, तकनीकी शिक्षा का ज्ञान प्राप्त कर रही हैं।
Shrimad Dayanand Utkarsh Aarsh Kanya Gurukul में उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड, हिमाचल, उड़ीसा, बिहार, पश्चिम बंगाल छत्तीसगढ़ झारखंड इत्यादि राज्यों की बेटियां पढ़ने के लिए आती हैं। छत्तीसगढ़ के राजघराने से ताल्लुक रखने वाली रश्मि आर्या ने इस गुरुकुल का स्थापना की थी, इन्होंने सन 2000 में ही गरीब बेटियों को शिक्षा दिलाने के लिए अपना घर छोड़ दी थी एवं दो बीघा जमीन लेकर गुरुकुल का निर्माण किया था।
इस गुरुकुल में बेटियों को योगासन, प्राणायाम, यज्ञ, गीत संगीत, सिलाई, जुड़ो कराटे, तलवारबाजी, निशानेबाजी एवं आधुनिक कंप्यूटर का शिक्षा इत्यादि सिखाया जाता है। इस गुरुकुल के बेटियां योग के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार भी ले चुकी हैं। यहां पर पहली क्लास से लेकर आठवीं क्लास तक के बेटियों का प्रवेश लिया जाता है।
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नोट: ऊपर जितने भी गुरुकुल के बारे में बताया गया है उन सभी गुरुकुल से संबंधित अधिक एवं विस्तार से जानकारी पाने के लिए गुरुकुल के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और पढ़ें ताकि आप अपने बच्चों के अनुसार गुरुकुल का चुनाव कर सके।